SEARCH

Jan 8, 2016

ऑफिस गीता


🌀 ऑफिस  गीता 🌀

हे पार्थ,

|| तुम अकेले आये थे, ऑफिस
में अकेले जाओगे; अस्तु
स्टाफ की कमी का रोना न
रोओ। अकेले ही युद्ध करो||

||तुम बेवजह अधिक काम
करने से हुई गलतियों के
लिए प्राप्त दंडों का
पश्चाताप मत करो ||

|| तुम अगले प्रमोशन
की चिंता भी मत करो ||

|| बस अपनी करंट
ड्यूटी से ही प्रसन्न रहो ||

|| तुम जब नहीं थे, तब
भी ये ऑफिस चल रहा था ||

|| तुम जब नहीं होगे, तब
भी ये ऑफिस चलता रहेगा ||

|| जो काम आज
तुम्हारा है, कल किसी
और का था ||

|| वो कल किसी
और का होगा ||

|| तुम इसे अपना समझ
कर मगन हो रहे हो ||

|| यही तुम्हारे समस्त
दुखों का कारण है ||

|| प्रमोशन, इन्क्रीमेंट,
छुट्टी, पेंशन जैसे शब्द
अपने मन से निकाल दो

फिर तुम ऑफिस के और
ये ऑफिस तुम्हारा होगा ।।

😩😩😩

Source - whatsapp

  Disclaimer:The Information/News/Video provided in this Platform has been collected from different sources. We Believe that “Knowledge Is Power” and our aim is to create general awareness among people and make them powerful through easily accessible Information. NOTE: We do not take any responsibility of authenticity of Information/News/Videos.

Translate in your language