1 डाटा लोगर को भारतीय रेल का ब्लैक बॉक्स कहा जाता है। यह एक कंप्यूट्रीयकृत इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाइस है जो रुट रिले इंटरलॉकिंग सॉलिड स्टेट इंटरलॉकिंग तथा पेंनल इंटरलॉकिंग आदि से जुड़ा है
2 दुर्घटना के समय महत्वपूर्ण साक्ष्य के रूप में इसका उपयोग किया जाता है
3 SSI के लिए डाटा लोगर अनिवार्य है। इसमें डाटा स्टोर किया जा सकता है तथा किसी भी समय डाटा की प्रिंट किया जा सकता है
4 SPAD गाड़ी का देरी से चलना आदि की जानकारी भी इससे प्राप्त की जा सकती है
5 सिग्नल विभाग में किसी भी विफलता के विश्लेषण में तथा प्रिवेंटिव मेंटनेंस में डाटा लॉगर का उपयोग किया जा सकता है
6 डा टा लॉगर की नेट्वर्किंग करके मुख्यालय से किसी भी स्टेशन से गाड़ी के सञ्चालन की निगरानी की जा सकती है।
7 इसके द्वारा रिले रूम मोनिटरिंग तथा सिग्नल की खराबी को जल्दी से पता कर उसकी प्रत्येक गतिविधियों की जानकारी देता है
8 रेल सरंक्षा समिति RSRC ने 1990 में सुझाव दिया था की SPAD के मामलो को डाटा लॉगर द्वारा आसानी से पता लगाया जा सकता है
9 डाटा लोगर के मुख्या उद्देश्य
🚦 सिग्नल व् काँटों के सञ्चालन की पूरी जानकारी रखना
🚦 सिग्नल को व में पार करने के मामलो का पता लगाना
🚦सिग्नल के ऑन व् ऑफ होने के विवादों को दूर करना
🚦कोई दुर्घटना के मामलो में जाँच एवं छानबीन करने में सहायता करना
🚦10 डाटा लोगर के द्वारा सिग्नल में किसी भी प्रकार की खराबी जैसे सिग्नल कांटे ट्रेक सर्किट ब्लाक उपकरण तथा इंटरलॉकिंग से सम्बंधित खराबियों का उचित कारन सहित पता लगाना
11 परिचालनिक गलतियों इमरजेंसी रुट रिलीज़ आदि बातों का पता लगाना
12 मेन लाइन तथा लूप लाइन में गाड़ी के प्रवेश करते समय गाड़ी कि स्पीड का पता कर रिकॉर्ड करता है जिससे टर्न आउट पर गाड़ी की अधिकतम गति ज्ञात होती है
13 कॉलिंग ऑन सिग्नल पर भी गाडियो को लेने का सम्बंधित बातो का ओट लगाया ज सकता है
14 यह बेट्री वोल्टेज तथा पॉवर suply को भी दर्शाता है
15 डाटा लिगर लगाने के कारन स्टेशन स्टाफ रनिंग स्टाफ तथा मेंटनेंस स्टाफ ज्यादा सतर्कता पूर्वक कम करने लगे है
16 इसे IVRS तथा PA सिस्टम से भी जोड़ा जा सकता है
17 यह (USSBI )univarshal fail safe block interface के सिद्धान्त को भी प्रशस्त करता है