क्या पश्चिम मध्य रेल में, यूनिफार्म के मद में भारी घोटाला ?
पश्चिम मध्य रेल के पत्र क्र. HQ/AC/F&B/ENG दिनांक के आनुसार २०१७ -२०१८ के शीतकालीन सत्र एव २०१८ -२०१९ के ग्रीष्मकालीन सत्र के यूनिफार्म का क्रय कर लिया गया है इसलिए यूनिफार्म भत्ता का भुगतान नहीं किया जाये.
सर्वविदित है की 28 जून को कैबिनेट द्वारा कर्मचारीयो को यूनिफार्म भत्ता देने की घोषणा कर चुकी है , तब प्रश्न उठता है की जब यूनिफार्म भत्ता देने की घोषणा कर चुकी थी, तो २०१७ -२०१८ के शीतकालीन सत्र एव २०१८ -२०१९ के ग्रीष्मकालीन सत्र के यूनिफार्म का क्रय क्यों किया गया ?
उपरोक्तके सबंधमें निम्न जाँच का विषय है.
1. क्या कर्मचारीयो को शीतकाल शुरूहोने के पूर्व यूनिफार्म की सप्लाई कर दि गई है ?
2. क्या क्रय के लिए आर्डर 28 जून २०१७ के पहले दिया गया है ?
3. अगर 28 जून २०१७ के पहले क्रय के लिए आर्डर दिया गया था तो, 28 जून को कैबिनेट द्वारा कर्मचारीयो को यूनिफार्म भत्ता देने की घोषणा के बाद, क्रय के लिए दिए गए आर्डर को रद्द क्यों नहीं किया गया ?
4. यूनिफार्म भत्ता का भुगतान नहीं करने का आदेश , क्या कैबिनेट एव रेलवे बोर्ड के आदेशो का अवलेहना नहीं है ?
क्या उपरोक्त सभी प्रश्न यूनिफार्म का क्रय की कार्यवाही संदेहास्पद नहीं दर्शाता ?