भारतीय रेलवे में HRMS के अंतर्गत UDIT (Unified Digital Interface for Transfer) मॉड्यूल
भारतीय रेलवे ने अपने डिजिटल परिवर्तन को एक और कदम आगे बढ़ाते हुए HRMS (Human Resource Management System) के अंतर्गत UDIT मॉड्यूल लॉन्च किया है।
UDIT यानी Unified Digital Interface for Transfer एक केंद्रीकृत ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म है, जिसका उद्देश्य रेलवे कर्मचारियों के ट्रांसफर प्रोसेस को पारदर्शी, त्वरित और पेपरलेस बनाना है।
UDIT क्या है?
UDIT का पूरा नाम है Unified Digital Interface for Transfer।
यह HRMS पोर्टल का एक नया मॉड्यूल है, जिसके माध्यम से रेलवे कर्मचारी अब आपसी स्थानांतरण (Mutual Transfer), स्वयं की मांग पर स्थानांतरण (Own Request Transfer), और प्रशासनिक स्थानांतरण (Administrative Transfer) के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
Launch of UDIT (Unified Digital Interface for Transfer) Module of HRMS.
UDIT मॉड्यूल का उद्देश्य:
मैनुअल प्रक्रिया और कागजी कार्यवाही को समाप्त करना।
ट्रांसफर प्रक्रिया में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करना।
कर्मचारियों को रियल टाइम ट्रैकिंग सुविधा देना।
ट्रांसफर में देरी और मानव हस्तक्षेप को कम करना।
सभी ज़ोन में समान ट्रांसफर नियम लागू करना।
किन कर्मचारियों के लिए है UDIT?
HRMS प्रणाली से जुड़े सभी रेलवे कर्मचारी, विशेषकर अराजपत्रित (non-gazetted) कर्मचारी, इस मॉड्यूल का उपयोग कर सकते हैं। इनमें तकनीकी, गैर-तकनीकी, सुरक्षा, तथा प्रशासनिक श्रेणियों के कर्मचारी शामिल हैं।
UDIT की प्रमुख विशेषताएँ:
✅ पूरी तरह डिजिटल प्रक्रिया – मोबाइल व डेस्कटॉप दोनों पर उपलब्ध
🧾 पेपरलेस आवेदन से लेकर स्वीकृति तक
🔍 स्वचालित पात्रता जांच – आवेदन से पहले ही सिस्टम बताएगा कि आप योग्य हैं या नहीं
⚖️ नियम आधारित प्राथमिकता प्रणाली – बिना पक्षपात के ट्रांसफर
📱 रियल टाइम ट्रैकिंग – आवेदन की स्थिति तुरंत देखें
🔔 नोटिफिकेशन अलर्ट – SMS और HRMS डैशबोर्ड पर सूचनाएँ
🧑💼 ई-सर्विस रिकॉर्ड से लिंक – डेटा की शुद्धता सुनिश्चित
UDIT के माध्यम से ट्रांसफर हेतु आवेदन कैसे करें?
HRMS पोर्टल/ऐप पर लॉग इन करें।
"UDIT – ट्रांसफर मॉड्यूल" विकल्प चुनें।
ट्रांसफर का प्रकार चुनें:
स्वयं की मांग पर (Own Request)
आपसी (Mutual Transfer)
प्रशासनिक (Administrative Transfer - केवल देखने हेतु)
आवश्यक विवरण भरें – वर्तमान पद, स्थानांतरण की वांछित जगह, कारण आदि।
यदि आवश्यक हो तो डिजिटल दस्तावेज़ संलग्न करें।
आवेदन सबमिट करें।
HRMS डैशबोर्ड से स्थिति ट्रैक करें।
UDIT के लाभ:
ट्रांसफर में पारदर्शिता और निष्पक्षता
कर्मचारी स्वयं आवेदन व स्थिति देख सकते हैं
कागजी प्रक्रिया और अनावश्यक देरी खत्म
ज़ोनल स्तर पर मानव संसाधन प्रबंधन आसान
रेलवे बोर्ड द्वारा केंद्रीकृत निगरानी
लॉन्च स जुड़ी जानकारी:
रेलवे बोर्ड द्वारा वर्ष 2024 में UDIT का शुभारंभ किया गया।
शुरुआत में कुछ ज़ोन में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू हुआ, अब पूरे भारत में लागू किया जा रहा है।
सभी मंडलों के HRMS समन्वयकों को प्रशिक्षण व गाइडलाइन दी गई है।
भविष्य की योजनाएँ
Gazetted अधिकारियों के लिए भी विस्तारित किया जाएगा
Transfer statistics के आधार पर मैनपावर ऑडिट किया जा सकेगा
Inter-Railway transfer को अधिक स्मार्ट और स्वत: संतुलित किया जाएगा
Joining और Relieving प्रक्रिया भी ऑनलाइन होने की योजना
UDIT मॉड्यूल भारतीय रेलवे में डिजिटल परिवर्तन की दिशा में एक ऐतिहासिक पहल है, जो कर्मचारी कल्याण, प्रशासनिक पारदर्शिता और दक्षता को सुनिश्चित करता है। यह न केवल कर्मचारियों को सशक्त बनाता है, बल्कि भारतीय रेलवे को एक आधुनिक, उत्तरदायी और डिजिटल संगठन बनाने की दिशा में मील का पत्थर
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